Mental Health

मुक्ताक्षर

सीधे दिमाग पर जाकर लगता है ‘ट्रोलिंग’ का तीर

लेखक: Admin

उपशीर्षक: अध्ययनों की मानें तो ट्रोलिंग होने से व्यक्ति डर का शिकार हो जाता है और भीतर ही भीतर हीनता की भावना से ग्रसित हो जाता है। यही नहीं, शिकार व्यक्ति की क्रियात्मकता भी कमजोर हो जाती है

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विज्ञान के फायदे और नुकसान पर अक्सर बचपन में हमें निबंध लिखने को दिया जाता था। उस वक्त तो बड़ी आसानी से हम फायदे और नुकसान के दोनों ही पहलुओं के बारे में लिख देते थे, लेकिन वर्तमान में अगर अब हमको सोशल मीडिया को लेकर इसी मुद्दे पर लिखना पड़े तो शायद हम समझ ही नहीं पाते कि इसके फायदे ज्यादा गिनाएं कि नुकसान।

अगर अध्ययनों पर गौर करें तो सोशल मीडिया ने व्यक्ति को मानसिक तौर पर बीमार कर दिया है। साइबर बुलिंग से लेकर ट्रोलिंग जैसे ऐसे हथियार बन चुके हैं जो किसी भी व्यक्ति को मानसिक तौर पर बुरी तरह से तोड़ सकते हैं।

गंभीर मानसिक रोग हो सकते हैं:

बात करें ट्रोलिंग की तो यह लोगों को मानसिक रूप से परेशान कर रहा है। एक अध्ययन में कहा गया है कि ट्रोलिंग किसी भी व्यक्ति को मानसिक तौर पर परेशान करने के अलावा उसे गंभीर मानसिक रोग का शिकार तक बना सकता है।

कार्यक्षमता घटती:

अध्ययनों की मानें तो ट्रोलिंग होने से व्यक्ति डर का शिकार हो जाता है और भीतर ही भीतर हीनता की भावना से ग्रसित हो जाता है। उनके व्यक्तित्व पर भी बुरा असर पड़ सकता है। यही नहीं एक क्रियात्मक व्यक्ति भी इसका शिकार होने के बाद मानसिक रूप से पंगु हो सकता है। उनका आत्मविश्वास कमजोर हो जाता है और ध्यान बुरी तरह भटक सकता है। अमेरिकन साइकोलॉजिकल एसोसिएशन की एक रिपोर्ट बताती है कि इन सब में उलझने से व्यक्ति की कार्यक्षमता 40 फीसदी तक कम हो जाती है। ट्रोलिंग के शिकार व्यक्ति को सदमा भी लग सकता है जिससे उबरना उसके लिए काफी मुश्किल भी हो सकता है।

तनाव में बढ़ोतरी:

ट्रोलिंग के कारण शरीर में तनाव देने वाले हार्मोन कोर्टिसोल का स्राव बढ़ता है जो तनाव को और बढ़ा देता है इससे दिमाग पर भी बुरा असर पड़ता है। ऐसे में व्यक्ति की याददाश्त में कमी, नींद का चक्र गड़बड़ाना और अवसाद बढ़ने की संभावना बढ़ जाती है।

ट्रोलिंग का दबाव झेलना मुश्किल:

इस मामले में साइकोलॉजिस्ट डॉ शोभा आनंद कहती हैं कि ट्रोलिंग बहुत खतरनाक है। बहुत सारे लोग ट्रोलिंग का दबाव नहीं झेल पाते हैं और मानसिक रूप से परेशान होने लगते हैं। कई ट्रोलिंग ऐसी होती हैं जिसका लोगों के दिलो-दिमाग पर बहुत बुरा असर पड़ता है।

सेलिब्रिटी भी हैं परेशान:

अभी हाल ही में अदनान सामी ने सोशल मीडिया को अलविदा किया है। देखा गया है ट्रोलिंग का सबसे ज्यादा शिकार सेलिब्रिटी होते हैं। आमिर खान, ऋषभ पंत, रानी मुखर्जी, रणबीर कपूर, सैफ अली खान जैसे बॉलीवुड सितारे सोशल मीडिया से दूरी बना चुके हैं और इस दूरी का बड़ा कारण ट्रोलिंग ही था। हॉलीवुड की बात करें तो एंजेलिना जोली, जेनिफर लॉरेंस, सांड्रा बुलॉक, एमिली ब्लंट, केट विंसलेट जैसे सितारे तो सोशल मीडिया से दूर ही रहते हैं।

(The report is sponsored by SBI cards. Courtesy: MHFI)

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