लेखक: Admin
उपशीर्षक: मौत से पहले इंसान के साथ क्या होता है, क्या कोई रोशनी होती है? आदि-आदि इस प्रकार की बातों की तह में जाने के लिए वैज्ञानिकों की लगातार शोध जारी है। इसी क्रम में वैज्ञानिकों ने यह पता लगा लिया है कि मौत के चंद सेकंड पहले उसके दिमाग में क्या होता है।
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मौत से कुछ ही सेकंड पहले व्यक्ति को कैसा अनुभव होता होगा यह तो वही व्यक्ति जान सकता है जो जीवन से जा रहा होता है। लेकिन जिंदगी और मौत के बीच के उसके आखिरी पल कैसे होते हैं, इस बारे में जानकारी के लिए वैज्ञानिक लंबे समय से लगे हुए हैं। सालों से खोज-दर-खोज जारी हैं। अमेरिकी वैज्ञानिकों ने इस बारे में एक नया खुलासा किया है।
‘लास्ट रिकॉल’ दिया नाम:
यह नया खुलासा अमेरिका के वैज्ञानिकों ने किया है। वैज्ञानिकों ने पाया है कि मौत से ठीक 30 सेकंड पहले मरने वाले व्यक्ति के दिमाग में तेज रोशनी कौंधती है। अमेरिका के लुइसविल यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने इस घटना को एक नाम भी दिया है। वैज्ञानिकों ने इस घटना को ‘लास्ट रिकॉल’, जिसका कि मतलब होता है आखिरी याद, नाम दिया है।
87 वर्षीय बुजुर्ग पर किया अध्ययन:
अपने इस अध्ययन के दौरान वैज्ञानिकों ने एक 87 साल के बुजुर्ग को आधार बनाया। चिकित्सकों ने इस बुजुर्ग के मस्तिष्क की स्कैनिंग की। इस व्यक्ति की अस्पताल में ही उपचार के दौरान हृदयाघात से मौत हो गई थी। चिकित्सकों द्वारा जब उसके मस्तिष्क की स्कैनिंग की गई तो यह बात सामने आई कि मौत से 30 सेकंड पहले उसके दिमाग में तेज रोशनी कौंधी थी। यही नहीं इस रोशनी को उस व्यक्ति ने भी देखा था।
काफी जटिल है मानव का दिमाग:
इस शोध के अग्रणी लुइसविल यूनिवर्सिटी के डॉ अजमल जेमर ने शोध के बारे में जानकारी देते हुए मानव मस्तिष्क के बारे में मुख्य रूप से चर्चा की। उन्होंने बताया कि शोध में सामने आया है कि मानव का दिमाग काफी जटिल है।
मनोरोगियों के उपचार में मिलेगी मदद
अजमल जेमर के मुताबिक इस शोध के द्वारा तंत्रिका विज्ञान (न्यूरो साइंस) के क्षेत्र में बहुत अधिक मदद मिल सकती है। इसके द्वारा मस्तिष्क की कार्यप्रणाली को समझने में सहायता मिलेगी जिससे रोगियों के उपचार के नए तरीके खोजे जाने में मदद मिलेगी। विशेष रूप से मनोरोगियों के उपचार में यह शोध बहुत ज्यादा फायदेमंद रहेगी। वहीं इस शोध को लेकर सक्सेस यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर अनिल सेठ ने कहा कि यह आंकड़ा बहुत ही अनूठा है। यह ऐसी शोध है जिसको लेकर पहली बार पता चला कि मौत से चंद सेकंड पहले मरने वाले के दिमाग में क्या चल रहा होता है। मालूम हो कि पिछले करीब एक दशक से भी ज्यादा समय से मौत से पहले मानव दिमाग में क्या कुछ चल रहा होता है इसकी खोज करने के लिए वैज्ञानिक जुटे हुए थे।
इसलिए कौंधती है दिमाग में रोशनी:
दिमाग में इस रोशनी के कौंधने के लिए अल्फा और गामा तरंगे जिम्मेदार हैं। शोधकर्ता जेमर ने यह भी बताया कि मौत से पहले दिमाग में रोशनी कौंधने का मुख्य कारण अल्फा और गामा तरंगें हैं। रक्त का प्रवाह रुकने के बाद अल्फा और गामा तरंगे कुछ सेकंड तक सक्रिय रहती हैं। उन्होंने कहा कि हालांकि इस दिशा में अभी और शोध करनी है।
(The report is sponsored by SBI cards. Courtesy: MHFI)