Mental Health

मुक्ताक्षर

तनावग्रस्त महिलाएं आसानी से अल्जाइमर की शिकार हो सकती हैं

लेखक: Admin

उपशीर्षक:  तनाव महिलाओं को तेजी से अपना शिकार बना उनको कई तरह की शारीरिक और मानसिक बीमारियां दे रहा है।  भूलने की बीमारी का खतरा महिलाओं में पुरुषों के मुकाबले कहीं ज्यादा होता है।

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अमेरिका की जॉन हॉपकिन्स मेडिसिन के एक अध्ययन के मुताबिक 45 से 65 आयु वर्ग की महिलाओं का अत्याधिक तनावग्रस्त रहना उनको अल्जाइमर या डिमेंशिया का मरीज बना सकता है। इस अध्ययन के मुताबिक तनाव की वजह से भूलने की बीमारी का खतरा महिलाओं में पुरुषों के मुकाबले कहीं ज्यादा पाया गया।

महिलाओं की याददाश्त हुई प्रभावित:

शोधकर्ताओं ने इस अध्ययन के लिए 47 से 65 आयु वर्ग के 337 पुरुष व 572 महिलाओं के कई प्रकार के जांच और साक्षात्कार किए। इन लोगों से पूछा गया कि क्या उन्होंने विगत साल किसी बेहद तनावपूर्ण परिस्थिति का सामना किया। प्रतिभागियों के जवाब को अभिलेख में शामिल किया गया। साथ ही प्रतिभागियों के सीखने व चीजों को याद रखने संबंधी जांच भी हुए। इस दौरान विशेष रूप से यह उल्लेखित किया गया कि क्या तनावपूर्ण स्थिति से गुजरने के बाद उनकी याददाश्त पर कोई असर हुआ। यह पाया गया कि एक वर्ष में किसी भी प्रकार की तनावपूर्ण स्थिति से गुजरने वाली महिलाओं ने स्मृति परीक्षण में पहले की तुलना में खराब प्रदर्शन किया।

तनाव जितना ज्यादा उतनी याददाश्त कमजोर:

जिस महिला में जितना ज्यादा तनाव था उसी अनुसार उनकी प्रदर्शन में भी गिरावट थी। वहीं, पुरुषों पर तनाव का याददाश्त पर कोई विशेष असर नहीं दिखा। अध्ययन के अनुसार, सामान्य तनाव शरीर में तनाव देने वाले हार्मोन कोर्टिसोल के स्तर को बढ़ाता है। तनाव खत्म होने पर यह स्तर फिर से सामान्य होने लगता है, लेकिन अगर तनाव बढ़ता रहे तो यह हार्मोन न सिर्फ बढ़ता है बल्कि इसका बढ़ा हुआ स्तर बरकरार रहता है जो दिमाग को नुकसान पहुंचाने लगता है। ‘गैरियाटिक साइक्रेट्री’ में प्रकाशित एक शोध के अनुसार, तनाव के हॉर्मोन मानसिक स्वास्थ्य में लैगिंक आधार पर अलग-अलग भूमिका निभाते हैं। महिलाओं में पुरुषों की तुलना में अल्जाइमर रोग अधिक होने का मुख्य कारण भी यही है। जानकारों का कहना है कि कम उम्र से ही स्वस्थ जीवनशैली संबंधी आदतों से दिमाग पर बुरे प्रभाव को कम किया जा सकता है।

क्या कहते हैं आंकड़े:

  • अल्जाइमर्स एसोसिऐशन के मुताबिक, 60 साल से अधिक उम्र की हर छह में से एक महिला अल्जाइमर रोग से पीड़ित होती है
  • वहीं इस आयु में 11 में से एक पुरुष अल्माइजर से पीड़ित होता है
  • आजकल 30 से 40 की उम्र के लोगों में भी आसानी से दिखने लगे हैं अल्जाइमर या डिमेंशिया के लक्षण

क्या हैं लक्षण:

  • नामों को याद न रख पाना
  • भ्रम होना
  • व्यवहार में परिवर्तन, मनःस्थिति में तेजी से उतार-चढ़ाव
  • सामान्य संख्याओं को याद करने व लिखने में परेशानी
  • दिमाग पर संतुलन न रहना व सामान्य से अलग ढंग से पेश आना

निर्णय लेने में परेशानी

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