Mental Health

मुक्ताक्षर

आसान है गर्मी में होने वाले तनाव से पीछा छुड़ाना

लेखक: Admin

उपशीर्षक: गर्मी का असर शरीर के साथ-साथ दिमाग पर भी पड़ता है। जिससे हम तनाव का शिकार हो सकते हैं लेकिन थोड़ी सी सावधानियां बरतने से बचाव संभव है।

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गर्मी के दिनों में लोगों में तनाव बढ़ने लगता है। कई शोध भी इस बात की तसदीक देते हैं। जैसे-जैसे तापमान बढ़ता जाता है लोगों में चिड़चिड़ापन और तनाव बढ़ने लगता है। ज्यादातर लोग यह जान भी नहीं पाते कि यह मौसम के कारण है। कई लोगों की मनःस्थिति ज्यादातर समय खराब ही रहने लग जाती है।

हालांकि, घबराने की कोई बात नहीं है। थोड़ी सी सावधानियां बरतते हुए हम न केवल अपने तनाव को दूर कर सकते हैं बल्कि ग्रीष्म ऋतु का पूरा लुत्फ भी उठा सकते हैं।

गर्मी में होने वाले तनाव को “हीट स्ट्रेस” नाम दिया गया है। तापमान बढ़ते ही लोगों में इसके लक्षण उजागर होने लगते हैं। सही समय पर सही तरीके आजमा कर बचाव आसानी से संभव है। हालांकि, अगर तनाव बढ़ता जा रहा है या आप पहले से ही अत्याधिक तनाव में हैं तो चिकित्सक की राय अवश्य लें।

गर्मियों में तनाव बढ़ने के कारण:

वातावरण और मौसम का लोगों के दिमाग से गहरा संबंध है। गर्मी और उमस बढ़ने से इसका सीधा असर मस्तिष्क पर पड़ता है। दिमाग को मिलने वाली पर्याप्त ऑक्सीजन की मात्रा भी कम हो जाती है। इसके अलावा शरीर में पानी की कमी होने से हमारे शरीर में निर्जलीकरण (डिहाइड्रेशन) होने लगता है जिसके परिणाम स्वरूप हम उदास, चिड़चिड़े और तनावित रहने लग जाते हैं। क्रोध भी बहुत बढ़ जाता है। कभी-कभी असर इतना अधिक हो जाता है कि यह हमें गंभीर अवसाद में भी धकेल सकता है।

इस मामले को लेकर मनोचिकित्सक डॉ साक्षी कहती हैं कि गर्मियों में तनाव का होना यूं तो एक आम शिकायत है जिसमें मरीज तापमान बढ़ने के कारण तनावित महसूस करता है। इन कारणों को ठीक करके गर्मी में होने वाले तनाव से आसानी से बचा जा सकता है। डॉ साक्षी के मुताबिक गर्मियों में अक्सर शरीर में पानी की कमी होने से ऑक्सीजन का स्तर कम हो जाता है इसके कारण तनाव हो सकता है।

इसके अलावा तापमान बढ़ने से लोग खाना कम कर देते हैं अगर पर्याप्त और संतुलित भोजन शरीर को नहीं मिले तो भी दिमाग तक ऑक्सीजन नहीं पहुंचती जिससे तनाव बढ़ जाता है।

एक और बड़ा कारण यह है कि गर्मियों में विद्यालयों और कार्यस्थलों का समय बदल जाता है जिससे लोगों की दिनचर्या भी बदल जाती है। लोगों को जल्दी तो उठना पड़ता है लेकिन रात को देर तक जागने की उनकी आदत नहीं बदलती। देर रात तक टीवी और मोबाइल से चिपके रहते हैं फिर दिन में जल्दी उठते हैं और चिड़चिड़ाए रहते हैं।

निवारण के लिए इन उपायों को आजमाएं:

  • हर थोड़ी देर में कुछ हल्का स्वास्थ्यवर्धक भोजन करने की आदत डालें
  • खुद को हाइड्रेट रखने के लिए खूब सारा पानी पीते रहें।
  • ताजे फल और सब्जियों का अधिक से अधिक सेवन करते रहें। कोल्ड ड्रिंक्स की जगह ताजे फलों का जूस, नारियल पानी, नींबू पानी, सब्जियों का जूस, आम पना आदि पिएं
  • गर्मियों के दिन में जरूरी है कि 7 से 8 घंटे की नींद लें। रात में जल्दी सोने की आदत डालें
  • ताजी और खुली हवा में बैठने व टहलने के लिए समय जरूर निकालें
  • फाइबर युक्त भोजन खाएं और बाहर का खाना बंद कर दें
  • तापमान बढ़ने से तनाव ज्यादा बढ़ रहा हो तो चिकित्सक से संपर्क करने में कोताही न बरतें
  • योग, ध्यान (मेडिटेशन) के लिए समय अवश्य निकालें
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