Mental Health

मुक्ताक्षर

तेज चलें और अवसाद से दूर रहें

लेखक: Admin

उपशीर्षक: तनाव और अवसाद होने पर मरीज को टहलने की सलाह जरूर दी जाती है। लोग ऐसा करते तो हैं पर इसका बहुत अधिक फायदा नहीं उठा पाते। लेकिन अब इस शोध को पढ़कर आप की यह समस्या जरूर दूर हो जाएगी।

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तनाव और अवसाद से पीड़ित व्यक्ति जब भी किसी सलाहकार या चिकित्सक के पास जाता है तो उसे टहलने की सलाह जरूर दी जाती है। पीड़ित ऐसा करता भी है लेकिन उसकी शिकायत रहती है कि कोई फायदा नजर नहीं आ रहा। इसके बाद धीरे-धीरे वो टहलने से जी चुराने लगता है या कभी जाता है तो कभी नहीं भी जाता। स्कॉटलैंड के शोधकर्ताओं ने टहलने को लेकर एक शोध प्रस्तुत की है जिसे जानने के बाद आप टहलने की विधि समझते हुए अवसाद की गिरफ्त से छूट सकते हैं।

कई अध्ययनों में यह बताया जा चुका है कि चलना अवसाद और तनाव को दूर करने के महत्वपूर्ण तरीकों में से एक है। अब ‘मेंटल हेल्थ एंड फिजिकल एक्टिविटी’ में प्रकाशित स्टर्लिंग विश्वविद्यालय का शोध पत्र इस बात के बारे में बता रहा है कि किस प्रकार टहलना चाहिए जिससे कि हम अवसाद और तनाव को मात दे पाएं। इसमें बताया गया है कि टहलने की इस प्रक्रिया से तनाव और अवसाद पीड़ित लोगों पर कितना असरदार प्रभाव पड़ सकता है।

कम या मध्यम गति नहीं है फायदेमंद:

स्कॉटलैंड के शोधकर्ताओं का कहना है कि अगर तेज गति से पैदल चला जाए तो अवसाद और तनाव से मुक्ति मिल सकती है। शोधकर्ताओं का कहना है कि तनाव और अवसाद पीड़ित टहलते तो हैं लेकिन कम गति से टहलने के कारण उन्हें फायदा नहीं होता। तनाव और अवसाद को हराने के लिए तेज गति से चलना बहुत जरूरी है।

छूट सकती हैं अवसाद की दवाइयां

शोधकर्ताओं ने बताया कि कई अध्ययनों में यह तो साबित हो चुका है कि कड़ी मेहनत करके अवसाद को मात दी जा सकती है, लेकिन कम श्रमसाध्य क्रिया से भी तनाव और अवसाद पर विजय पाई जा सकती है। टहलना कम श्रमसाध्य क्रिया की श्रेणी में ही आता है। लेकिन शर्त यह है कि इस स्थिति में अवसाद पीड़ित तेज कदमों से चले। शोधकर्ताओं का यह भी दावा है कि अगर तनाव या अवसाद पीड़ित लोग तेज कदमों से चलते हैं तो वो बिना दवाई के भी इन मानसिक व्याधियों से छुटकारा पा सकते हैं। शोध पत्र के अनुसार, 10 में से कोई न कोई व्यक्ति कभी न कभी अवसाद की चपेट में जरूर रह चुका होता है। शोधार्थियों ने पाया कि अवसाद का इलाज टहलने से आसानी से हो सकता है। 340 लोगों पर हुए इस अध्ययन में पाया गया कि जिस समूह के लोगों को तेज कदमों से चलाया गया उनमें अवसाद के लक्षण काफी हद तक कम हो गए थे। ऐसे लोगों की संख्या 15 फीसदी के आसपास थी। हालांकि शोधकर्ताओं ने यह भी कहा कि इस विषय पर और अधिक शोध किए जाने की जरूरत है।

कुछ और व्यायाम भी करते रहें:

मेंटल हेल्थ चैरिटी माइंड के मुख्य कार्यकारी  पॉल फार्मर के मुताबिक, टहलने के अलावा अलावा अवसाद पीड़ित को अलग-अलग व्यायाम करते रहना चाहिए, जैसे साइकलिंग, बागवानी या फिर स्वीमिंग। इससे अवसाद पीड़ित को जल्दी फायदा मिल सकता है। तेज गति से टहलने या व्यायाम करने से मानसिक स्वास्थ्य दुरुस्त रहता है

(The report is sponsored by SBI cards. Courtesy: MHFI)

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