Mental Health

मुक्ताक्षर

लंबी खुशहाल जीवन चाहते हैं तो नकारात्मकता से दूर रहें

लेखक: Admin

उपशीर्षक: आपके जीवन का आपके विचारों से गहरा संबंध है। सोच आपकी उम्र बढ़ा भी सकती है और घटा भी सकती है। सेन डियागो में हुई एक शोध तो कुछ ऐसा ही कहती है। इस शोध के मुताबिक, नकारात्मक सोच अगर दिमाग पर हावी रहे, तो इससे उम्र कम होती है साथ ही असमय मौत का खतरा भी बना रहता है।

———————————————————————-

मन का तन की सेहत से सीधा संबंध है। अगर मन में नकारात्मक विचार होंगे तो सेहत पर इसका प्रभाव पड़ेगा ही पड़ेगा। सेन डियागो में हुए एक शोध के अनुसार, नकारात्मक सोच अगर दिमाग पर हावी रहती है तो इससे उम्र कम होती है और असमय मौत का जोखिम बना रहता है।

ब्रिटेन की यूनिवर्सिटी ऑफ लिवरपूल ने नकारात्मक और सकारात्मक विचारों को लेकर एक शोध किया। जिसमें पाया गया कि ऐसे लोग जो हमेशा नकारात्मक बातें करते हैं, जिनके दिमाग में हमेशा नकारात्मकता हावी रहती है, उनकी दिमागी सेहत खराब हो जाती है। एक अन्य अध्ययन के अनुसार, हमारे दिमाग में आने वाले विचारों में 70 फीसदी विचार नकारात्मक ही होते हैं। इसलिए अगर आप लंबी आयु पाना चाहते हैं तो जरूरी है कि नकारात्मक विचारों से बचें और सकारात्मक विचारों को मन में जगह दें। इससे मानसिक और शारीरिक सेहत दुरुस्त रहेगी और आप लंबा जीवन जी सकेंगे।

नकारात्मक विचार देते कई बीमारियों की सौगात:

अध्ययन बताते हैं कि हमारे भाव हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को प्रभावित करते हैं। अगर हम मानसिक तौर पर परेशान हैं तो बाहरी तौर पर भी बदलाव दिखने लगते हैं। नकारात्मक विचार हमारा वजन बढ़ाते हैं, याददाश्त भी कम होने लगती है। नींद न आना, अवसाद होना भी नकारात्मक विचारों के कारण होता है।

चिकित्सकों के अनुसार, नकारात्मक विचार तनाव देते हैं जिससे फिर दिल संबंधी बीमारी, ब्रेन हेमरेज, रक्तचाप बढ़ना आदि बीमारियां हो सकती हैं। कैंसर सहित कई गंभीर बीमारियां मन और उसके व्यवहार से जुड़ी होती हैं। नकारात्मक विचार हमें गंभीर अवसाद में ढकेल सकते हैं इससे हमारी कार्यक्षमता, दिनचर्या पर असर पड़ सकता है। ज्यादा नकारात्मक सोचने वाले लोग जरूरत से कम या ज्यादा खाने लगते हैं। इससे मधुमेह होने का जोखिम भी बढ़ जाता है।

सकारात्मकता ढूंढनी होगी:

हम जानते हैं कि सकारात्मक सोच के परिणाम भी सकारात्मक होते हैं। सकारात्मक सोच हमें उदासी, तनाव और अवसाद से दूर करती है। जहां नकारात्मक सोच हमारा मनोबल कमजोर करती है तो वहीं सकारात्मक सोच मनोबल बढ़ाकर हमें आगे बढ़ने की प्रेरणा देती है। ऐसे में अगर आप चाहते हैं कि दिमाग में नकारात्मकता हावी न हो तो इसके उपाय आपको निकालने ही होंगे।

ऐसे दूर करें नकारात्मकता:

  • नकारात्मक सोच वाले लोगों से दूर रहें।
  • नकारात्मक बातें करने वाले लोगों की हां में हां नहीं मिलाएं, किसी भी प्रकार की नकारात्मक मुद्दों का हिस्सा न बनें
  • योग, ध्यान और व्यायाम को दिनचर्या का हिस्सा बनाएं
  • अच्छा व प्रेरणादायक साहित्य व किताबें पढ़ें
  • जीवन में कुछ सकारात्मक व सामाजिक सरोकार से जुड़े कार्य करने की कोशिश करें
  • बेहतर मनोरंजन के साधन ढूंढें
  • सकारात्मक लोगों की संगत में रहने का प्रयास करें

(The report is sponsored by SBI cards. Courtesy: MHFI)

Share on

Leave a Comment

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *