लेखक: Admin
उपशीर्षक: तृपत अपनी तंदुरुस्ती वापसी के सफर के बारे में लोगों को बताते ही रहते हैं, इस मंजिल तक पहुंचने की उनकी कहानी हर उस शख्स के लिए मिसाल है जो जीवन से हार चुके हैं।
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चंडीगढ़ के रहने वाले 77 वर्षीय तृपत सिंह को उनकी पत्नी की मौत ने तोड़ कर रख दिया था। लेकिन, इसके बाद जीवन के इस पड़ाव पर उन्होंने अवसाद को मात दे कुछ ऐसा कर दिखाया जिसने उन्हें सोशल मीडिया का सितारा बना दिया।
तृपत अपने दैनिक व्यायाम के जरिए सोशल मीडिया पर एक सेलिब्रिटी का दर्जा हासिल कर चुके हैं। नौजवान तक भी इनकी ऊर्जा को देखकर दंग रह जाते हैं। सोशल मीडिया पर इनके तंदुरुस्ती के वीडियो देख कर लोग सोचने को मजबूर हो जाते हैं कि ये शख्स बुजुर्ग हैं भी कि नहीं।
इंस्टाग्राम पर उनके लगभग 99 हजार से ज्यादा चाहने वाले हैं। तृपत अपनी तंदुरुस्ती के वीडियो की बदौलत यह साबित कर रहे हैं कि उम्र सिर्फ एक संख्या है। उनकी कहानी जान कर आप कहेंगे जीवन खोने के लिए नहीं, बल्कि आनंदित रहने के लिए है।
घेर चुकी थी उदासी:
तृपत अपनी तंदुरुस्ती वापसी के सफर के बारे में लोगों को बताते ही रहते हैं। इस मंजिल तक पहुंचने की उनकी कहानी हर उस शख्स के लिए मिसाल है जो जीवन से हार चुके हैं। 1999 में उनकी पत्नी का निधन हो गया था जिसके बाद वो पूरी तरह से टूट गए थे। उनका किसी भी काम में मन नहीं लगता था। तृपत का काम बंद हो गया था और वो एक उदासी की मूर्ति बन चुके थे।
तृपत मीडिया में बता चुके हैं कि कैसे जीवन जीने की इच्छी खत्म हो जाने के बाद उन्होंने ये रास्ता ढूंढा। वो बताते हैं कि उनकी जीवनसंगिनी की मौत से वे बिखर से गए थे, मगर अपनी पत्नी के प्रति प्रेम ही उनके लिए प्रेरणा का स्रोत बना। और उन्हें पुनः तंदुरुस्ती के इस रास्ते पर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। इंस्टाग्राम पेज पर एक बार उन्होंने अपनी पत्नी की एक तस्वीर के साथ वीडियो भी प्रस्तुत किया था और वीडियो के साथ लिखा था, “मैं तृपत हूँ और यह मेरी पत्नी मंजीत है।”
खुद को फिर से उठाया:
जीवन में एक लंबे समय तक उदास और बेकार पड़े रहने के बाद उन्होंने खुद को ऊपर उठाने का फैसला किया और इसके लिए कड़ी मेहनत की। अब वो एक सफल व्यवसाय चलाते हैं और पहले से कहीं ज्यादा तंदुरुस्त हो चुके हैं। इंस्टाग्राम पर तृपत के कई वर्कआउट वीडियो हैं जिनमें उन्हें कठिन व्यायाम करते और जिम में कड़ी मेहनत करते देखा जा सकता है। उनके उम्र में कर्मेद्रियां शिथिल हो जाती हैं, शरीर को सीधा खड़ा करने के लिए भी छड़ी की जरूरत पड़ने लगती है, व्यायाम तो दूर इंसान चल भी नहीं पाता। कुछ यही सारी पहचान ही तो बताई गई हैं बुढ़ापे की। लेकिन तृपत 77 की उम्र में भारोत्तोलन भी करते हैं, साथ ही पार्क में युवाओं को चुनौती भी देते हैं।
विराट कोहली भी हैं मुरीद:
भारतीय क्रिकेटर विराट कोहली भी तृपत के मुरीद हैं। वह अपने इंस्टा अकाउंट से तृपत का वीडियो शेयर कर उनकी तंदुरुस्ती की तारीफ भी कर चुके हैं।