Mental Health

मुक्ताक्षर

मन का जायका बिगाड़ सकती है लाल मिर्च

 

उपशीर्षक: शोधकर्ताओं ने पाया कि जो लोग लाल मिर्च का बहुत ज्यादा प्रयोग करते थे उनमें एकाग्रता की कमी, चिंता, चिड़चिड़ापन, तनाव और अवसाद जैसे लक्षण पाए गए।

—————————————-

सुनने में आपको अजीब जरूर लग रहा होगा कि भला खाने को चटपटा और जायकेदार बनाने वाली लाल मिर्च आपके मन का जायजा कैसे बिगाड़ सकती है?

हाल ही में हुए एक अध्ययन में यह साबित हुआ है कि लाल मिर्च मानसिक स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। विशेष रूप से महिलाओं के लिए तो इसका सेवन मानसिक स्वास्थ्य के अलावा और भी कई परेशानियों को दावत देता है। ऐसे में आप अगर लाल मिर्च का सेवन करती आई हैं तो जल्दी से इसे छोड़ने की तैयारी कर लीजिए।

हो सकता है अवसाद

बिहेवियरल एंड ब्रेन साइंसेज जर्नल की एक शोध  बताती है कि लाल मिर्च मानसिक स्वास्थ्य के लिए जरा भी ठीक नहीं है। शोध के अनुसार, इसका सेवन अवसाद तक को जन्म दे सकता है। शोधकर्ताओं ने पाया कि जो लोग लाल मिर्च का बहुत ज्यादा प्रयोग करते थे उनमें एकाग्रता की कमी, चिंता, चिड़चिड़ापन, तनाव और अवसाद जैसे लक्षण पाए गए। शोधकर्ताओं ने बताया कि लाल मिर्च को रोजाना भोजन में इस्तेमाल करने वाले लोगों में आत्म नियंत्रण की कमी हो जाती है। विशेष रूप से गर्म जलवायु वाले जगहों पर लाल मिर्च का सेवन और ही गंभीर परिणाम देते हैं। इसलिए गर्मी के दिनों में तो खासतौर पर लाल मिर्च से दूरी बनाकर रखनी चाहिए।

नकारात्मक विचारों को देती है जन्म

आहार विवरण की बात करें तो लाल मिर्च तामसिक आहार की श्रेणी में आती है। ऐसे में अगर लाल मिर्च का नियमित सेवन किया जाए तो ये मन में कई प्रकार के नकारात्मक विचारों को जन्म देती है। महिलाओं की अगर बात करें तो उनमें पुरुषों की तुलना में ज्यादा अवसाद होने की संभावना होती है। कई तरह के हार्मोनल बदलाव भी इसकी वजह हैं। लाल मिर्च हार्मोन संतुलन को और बिगाड़ देती है जिससे महिलाओं में नकारात्मक विचार बढ़ सकते हैं और आगे जाकर अवसाद भी हो सकता है। इसके अलावा महिलाओं में लाल मिर्च का सेवन मासिक धर्म के दौरान दर्द और जलन की समस्या का कारण भी बन सकता है।

अगर कोई महिला बहुत ही ज्यादा लाल मिर्च खाती है तो उसमें हृदय रोग होने की संभावनाएं भी बढ़ जाती हैं। लाल मिर्च के कारण उनमें बढ़ने वाला तनाव का स्तर ह्द्य पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है। इससे उक्त रक्त चाप, धड़कनों की तेज होना और हृदयघात जैसी परेशानियों के बढ़ने की संभावना बढ़ जाती है। इन सब के अलावा पेट में दर्द, गैस व एसिडिटी, जलन, कब्ज, पाचन संबंधी परेशानियां भी बढ़ सकती हैं।

हरी मिर्च को बनाएं विकल्प

लाल मिर्च की जगह हरी मिर्च को विकल्प बनाना मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए हितकर है। हरी मिर्च में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं साथ ही इसमें विटामिन सी भी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। वहीं, तीखापन लाने के लिए लाल मिर्च की जगह काली और सफेद मिर्च को भी प्रयोग किया जा सकता है।

(The report is sponsored by SBI cards. Courtesy: MHFI)

Share on

Leave a Comment

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *