लेखक: Admin
उपशीर्षक: मल्टीटास्किंग होना शहरी जीवन की वास्तविकता बन गया है। कई लोगों का मानना है कि मल्टीटास्किंग होना एक असाधारण गुण है जो कि उत्पादकता का स्तर बढ़ा सकता है। लेकिन अब इस धारणा को बदलना होगा क्योंकि हकीकत इसके उलट है।
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एक जमाना था जब मल्टीटास्किंग करने वाले को ऑलराउंडर की श्रेणी में रखा जाता था। लेकिन वर्तमान में इसके मायने बदल गए हैं। भागमभाग भरी इस दौर में मल्टीटास्किंग करना न तो पुरुष और न ही महिला के लिए ठीक बताया जा रहा है।
कैलिफोर्निया स्थित स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय की एक शोध बताती है कि किसी व्यक्ति का मल्टीटास्किंग होना उसके मानसिक स्वास्थ्य को बड़ा नुकसान पहुंचा सकता है। मल्टीटास्किंग होने के कारण आपके रोजाना के जीवन में जहां एक ओर तनाव बढ़ता है तो वहीं उत्पादकता, प्रेरणा, मनोदशा आदि पर भी यह प्रतिकूल असर डालता है।
मल्टीटास्किंग का मतलब व्यक्ति में एक साथ बहुतेरे काम करने की आदत का होना है।
मल्टीटास्किंग करने वाला व्यक्ति न तो अपने काम पर पूरा ध्यान केंद्रित कर पाता है, न ही ठीक से कोई काम कर पाता है। धीरे-धीरे उसमें भ्रम, दुविधा, आत्मविश्वास में कमी आने लग जाती है और वह तनाव और चिंता का शिकार बन जाता है। मल्टीटास्किंग होना दिमाग की ऊर्जा को छीन लेता है, जिससे आप ध्यान केंद्रित करने में कमी और अधिक चिंतित महसूस कर सकते हैं। मल्टीटास्किंग व्यक्ति की मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बढ़ सकती हैं, जिसमें गंभीर तनाव और अवसाद भी शामिल हैं।
शोधकर्ताओं ने पाया जो लोग मल्टीटास्किंग करते थे उन लोगों को हर समय ई-मेल प्राप्त होते थे, साथ ही वे हमेशा तनावित रहते थे, और उनकी हृदय गति अधिक थी। जिन लोगों ने ज्यादा मल्टीटास्किंग नहीं की थी, उनमें तनाव का स्तर कम था।
बदलनी होगी धारणा:
कई लोगों का मानना है कि मल्टीटास्किंग होना एक असाधारण गुण है जो कि उत्पादकता का स्तर बढ़ा सकता है। लेकिन अब इस धारणा को बदलना होगा क्योंकि हकीकत इसके उलट है। शोधकर्ताओं का कहना है कि मल्टीटास्किंग होना कभी-कभी हमें सरल कार्यों में भी असफल बना सकता है। ऐसा व्यक्ति की व्याकुलता के कारण और ध्यान केंद्रित न कर पाने के कारण होता है।
याददाश्त भी होती प्रभावित:
2011 में हुए एक अध्ययन में पाया गया था कि मल्टीटास्किंग व्यक्ति की याददाश्त पर भी इसका बुरा असर पड़ता है। शोधकर्ताओं के मुताबिक, जब किसी एक कार्य को अचानक बीच में छोड़कर दूसरे काम पर ध्यान केंद्रित करने की कोशिश की जाती है तो इससे व्यक्ति की अल्पकालिक स्मृति प्रभावित होती है।
अपनाएं ये उपाय:
अगर आप भी मल्टीटास्किंग करते हैं तो जल्द ही इस आदत को बदल लें ताकि आपका मानसिक स्वास्थ्य सलामत रहे। कोई दूसरा काम करते हुए भी बार-बार मोबाइल को देखना, मेल चेक करना, भोजन के दौरान फोन पर बात करना या टीवी देखना आदि आदतें अब आपको छोड़नी होंगी। एक समय में एक ही काम मन लगाकर करें। इससे आपको फायदा होगा। इसके अलावा ध्यान, प्राणायाम, व्यायाम आदि रोज करें। कैफीन के अधिक सेवन से बचें । चाय कॉफी के बजाए हर्बल चाय का प्रयोग करें।
(The report is sponsored by SBI cards. Courtesy: MHFI)