लेखक: Admin
उपशीर्षक: मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े वैज्ञानिकों ने मीम्स को लेकर एक ऐसा अध्ययन पेश किया है जिसके बाद आप कह उठेंगे क्या है ये सोशल मीडिया? यही तनाव दे रहा और यही तनाव को भगा भी सकता है।
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ये सच है कि सोशल मीडिया ने लोगों की भावनाओं तक को कैद कर लिया है। सब जानते हैं कि इसके चुंगल में इंसान ऐसे फंस गया है कि यह तनाव दे रहा है। मगर आपको जानकर आश्चर्य होगा की इसी सोशल मीडिया का एक ऐसा रूप है जो लोगों के तनाव को दूर करने की क्षमता रखता है। अब ये बात सुन कर आप जरूर चौंक जाएंगे कि दो बातें भला एक साथ कैसे हो सकती हैं। तो हाल ही में हुई एक अध्ययन के बारे में जानिए जिसमें कहा गया है कि जीवन में तनाव को दूर करने में मीम्स प्रभावी भूमिका निभा सकते हैं।
मानसिक स्वास्थ्य यानी मेंटल हेल्थ से जुड़े वैज्ञानिकों का मानना है कि मानसिक रोग के युवा मरीजों पर उनकी बातों से ज्यादा मीम्स और कार्टून सकारात्मक असर डाल रहे हैं। अमेरिका की पेन स्टेट यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने हाल ही के दिनों में यह शोध की है। शोधकर्ताओं ने बताया कि मीम्स देखने से सकारात्मक भावनाएं बढ़ सकती हैं, जिससे हम कई तनावपूर्ण स्थितियों से निपटने में अधिक सक्षम हो सकते हैं।
जानिए क्या हैं मीम्स:
मालूम हो कि वर्तमान में सोशल मीडिया लोगों के जीवन का अहम हिस्सा बन चुका है। तनाव भरे इस दौर में मनोरंजन के लिए भी वर्चुअल वर्ल्ड का ही ज्यादा सहारा अब लिया जाने लगा है। यहां कई माध्यमों से लोग अपने विचारों और क्रियाकलापों का आदान-प्रदान करते हैं। इसी कड़ी में लोकप्रिय हैं मीम्स। इनको बनाकर लोग किसी घटना, राजनीतिक या सामाजिक मुद्दों आदि पर बहुत अलग हटके अपने विचार प्रकट करते हैं। ऐसे में कई तरह के सोशल मीडिया मीम्स बनाए जाते हैं, जिन्हें लोग वर्तमान में हो रही चर्चाओं के संदर्भों में हास्य के रूप में पेश करते हैं।
मीम्स का इतिहास:
रेज कॉमिक्स (वेब-कॉमिक्स) के किरदार सोशल मीडिया पर 2009-2013 के बीच मीम्स के रूप में ज़बरदस्त पॉपुलर थे। इन किरदारों को ऑकलैंड (अमेरिका) में रहने वाले कार्लोस रामीरेज़ ने 2008 में बनाया था। ट्रोलफ़ेस को ‘फ़ादर ऑफ़ मीम्स’ का भी दर्जा मिला हुआ है। 2010 तक ट्रोलफ़ेस और रेज कॉमिक्स के बाकी करैक्टर तेज़ी से पॉपुलर होते गए।