Mental Health

मुक्ताक्षर

सचमुच तनाव घटा सकती है ‘जादू की झप्पी’

लेखक: Admin

उपशीर्षक: सुपरहिट फिल्म मुन्ना भाई एमबीबीएस में जादू की झप्पी तो याद है ना आपको। यह दुखी लोगों का तनाव गायब कर देती थी। अब एक शोध की गई है जो इसी बात पर मुहर लगा रही है।

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तनाव का तो क्या कहें! हर ओर जैसे इसी का जाल है। कोई भी यह शायद ही कह पाए कि मुझे कोई तनाव नहीं है। कारण कई हैं, तो निवारणों की भी तलाश जारी है। कई वैज्ञानिक तमाम तरह के अध्ययन कर रहे हैं जो तनाव दूर करने में सहायक हों।

इसी को लेकर एक शोध की गई है जिसमें दावा किया गया है कि गले लगने से तनाव को कम किया जा सकता है। यह शोध अमेरिका के एरिजोना यूनिवर्सिटी में की गई है। इसमें कहा गया है कि कठिन परिस्थिति में अगर कोई अपना व्यक्ति गले लगा ले तो तनाव कम महसूस होता है।

महिलाओं की झप्पी ज्यादा कारगर:

अध्ययन में यह भी कहा गया है कि यह शोध महिलाओं के संबंध में ज्यादा सही है। यानी कि जब एक महिला गले लगाती है तो ज्यादा प्रभावशाली असर होता है। शोधकर्ताओं ने करीब 76 लोगों पर अध्ययन किया और पाया कि विकट परिस्थिति में जब कोई महिला किसी अपने को गले लगाती है, तब उस व्यक्ति में तनाव बढ़ाने वाले कॉर्टिसोल नामक हार्मोन का उत्पादन कम होता है। जबकि किसी पुरुष के गले लगाने से इतना फायदा नहीं होता। यानी की महिलाओं की झप्पी उनके किसी अपने के लिए सचमुच जादू की झप्पी बन जाती है। मालूम हो कि पहले भी ऐसी ही एक शोध की गई थी। इसमें सामने आया था कि किसी नकारात्मक घटना के बाद किसी अपने के गले लगने से व्यक्ति बेहतर महसूस करता है।

हालांकि, वैज्ञानिकों का यह भी कहना है कि गले लगाने से पहले यह भी समझना जरूरी है कि सामने वाले को उसकी जरूरत है भी या नहीं। क्योंकि जिसे गले लगाया जा रहा है उसकी मनोस्थिति ही गले लगने पर उसके असर को बता सकेगी।

क्यों पुरुषों की झप्पी कम असर करती है?

शोध के नतीजे नेचर जर्नल में प्रकाशित किए गए हैं। पुरुषों का गले लगाना असरदार क्यों नहीं होता इसके कारणों की पड़ताल भी शोधकर्ताओं ने की है। जिसके मुताबिक इसके पीछे सामाजिक कारण भी हो सकता है। शोधकर्ताओं का कहना है कि ज्यादातर पुरुष गले लगाने के बारे में उतना अच्छा महसूस नहीं करते, क्योंकि इसे सामाजिक रूप से पुरुषों के लिए असामान्य माना जाता है।

गले लगाने से निकलता ऑक्सीटोसिन:

शोधकर्ताओं के मुताबिक, कोर्टिसोल हार्मोन दिमाग तक के लिए हानिकारक है। यह याददाश्त पर भी प्रभाव डाल सकता है। इससे तनाव का आगे जाकर और ही बुरा असर हो सकता है। इसलिए इसे कम करना बहुत जरूरी है। किसी व्यक्ति के द्वारा स्नेहपूर्वक तरीके से गले लगाने से ऑक्सीटोसिन नाम के हार्मोन का उत्पादन होता है और यह कोर्टिसोल के प्रभाव को कम करता है।

(The report is sponsored by SBI cards. Courtesy: MHFI)

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