लेखक: Admin
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जिस प्रकार स्विमिंग(तैरना)करने से तनाव दूर किया जा सकता है उसी प्रकार स्विंगिंग यानी की झूलने से भी मानसिक विकारों से पीछा छुड़ाया जा सकता है। तो फिर देर किस बात की सावन भी है पेड़ भी हैं बस देर है तो झूला टांगने की और उस पर झूलने की। फिर देखिए कैसे झूले पर झूलना आपके तनाव को भी दूर कर सकता है।
भारतीय परंपराओं में छिपे हैं सेहत के राज:
भारत और भारत की संस्कृति ने यूं ही दुनिया में अपनी धाक नहीं जमाई थी बल्कि, यहां की प्राचीन विधाओं में मस्ती और मनोरंजन के साथ शारीरिक और मानसिक रूप से खुद को स्वस्थ रखने के राज भी छिपे हुए थे। इनमें से ही एक है सावन में झूला झूलना। भले ही हम न समझ पाएं हों लेकिन, झूला झूलना एक व्यायाम जैसा था जो तनाव को हमसे दूर कर देता था। समय बीतने पर हम लोगों ने ही इन पुरानी परंपराओं को भूल शायद खुद को ही नुकसान पहुंचा दिया। यही कारण है कि भारतीय लोग न केवल शारीरिक बल्कि, मानसिक तौर पर भी बीमार हो रहे हैं।
फायदे जान रोज झूला झूलने:
वर्तमान में लोगों के पास इतना समय भी नहीं बचा है कि वो सावन में झूले तक झूल सकें। अगर कोई इन परंपरा का निर्वाहन कर भी रहा है तो वो जैसे एक फैशन या कोरम पूरा करने जैसा है खासकर बड़े शहरों में। जहां अवसाद के मामले लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं। लेकिन, झूला झूलने के जो फायदे हम आपको बताने जा रहे हैं उसके बाद शायद आप रोज ही झूला झूलने लग जाएं भले ही इसके लिए आपको पार्क जाना पड़े।
तनाव, चिंता, एंग्जायटी दूर भगाता:
लाइफ कोच राहुल गर्ग बताते हैं स्विंगिंग यानी की झूलना एक प्रकार का व्यायाम ही है जो तन से साथ-साथ मन को भी बहुत लाभ पहुंचाता है। झूला झूलने से हम अवसाद, चिंता,तनाव और एंग्जाइटी जैसी मानसिक समस्याओं से भी बचे रह सकते हैं।
खुशी देने वाला हार्मोन होता रिलीज:
कम से कम रोज 30 से 45 मिनट झूला झूलने से कम से कम 150 से 200 कैलोरी बर्न होने जितना लाभ मिल सकता है। यह प्रक्रिया शरीर में खुशी प्रदान करने वाले हार्मोन को रिलीज करती है और हमारा खराब मूड बेहतर हो सकता है। झूला झूलने से खुशी का एहसास होता है और उदासी गायब होने लगती है। तनाव का स्तर भी कम हो जाता है।
झूलने में मिल जाए संग तो फायदा मिलेगा ज्यादा:
तनाव का स्तर कम करने में झूला एक बेहतरीन विकल्प है जिसमें मेहनत कम और फायदा ज्यादा है। अगर आप तनाव में हैं या चिंतित हैं तो झूला झूल कर अपने मूड को सही कर सकते हैं। किसी दोस्त या साथी के साथ झूला झूला जाए तो फायदा और भी अधिक मिल सकता है। इससे आपके मानसिक स्वास्थ्य और मनोदशा में सुधार होने की संभावना और भी अधिक बढ़ जाती है। किसी अन्य व्यक्ति के साथ स्वस्थ तरीके से जुड़ना तनाव को दूर रखने में और भी ज्यादा मदद करता है।
मांसपेशियां होतीं सक्रिय:
तनाव और मांसपेशियों का भी गहरा संबंध होता है। झूला झूलने के कारण शरीर की मांसपेशियां भी सक्रिय होने लग जाती हैं। इसका सीधा प्रभाव हमारे मूड पर पड़ता है। वैसे भी तनाव या अवसाद होने पर अधिक व्यायाम करने की सलाह लोगों को दी जाती है तो इसका कारण है कि मांसपेशियां कमजोर न पड़ें और वह सक्रिय रहें। झूला झूलने से यह समस्या कम मेहनत में ही दूर की जा सकती है।
(The report is sponsored by SBI cards. Courtesy: MHFI)