लेखक: Admin
उपशीर्षक: एक नए अध्ययन में बताया है कि कोविड से ट्रिगर होने वाला इम्यून रिस्पांस लोगों के दिमाग को नुकसान पहुंचाता है। इससे दिमाग के एक हिस्से को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचता है।
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अमेरिका के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर एंड स्ट्रोक के शोधकर्ताओं ने विशेष रूप इस बात पर प्रकाश डाला है कि कोविड से ट्रिगर होने वाला इम्यून रिस्पांस कैसे दिमाग को नुकसान पहुंचाता है। अध्ययन में खुलासा किया गया है कि कोविड से ट्रिगर होने वाला इम्यून रिस्पांस दबे पांव आपके दिमाग को बहुत ज्यादा नुकसान पहुंचा सकता है। यह दिमाग की रक्त वाहिकाओं के नुकसान का कारण बन सकता है जिसके कारण आप न्यूरोलॉजिकल परेशानियों का शिकार बन सकते हैं। ये परेशानी कुछ वक्त के लिए या फिर लंबे समय तक के लिए भी रह सकती है।
अध्ययन में नौ लोगों के दिमाग में दिखे बदलाव:
शोधकर्ताओं ने इस अध्ययन में ऐसे नौ लोगों के दिमाग का अध्ययन किया जिनकी कोविड वायरस के संपर्क में आने के बाद तुरंत ही मौत हो गई थी। शोध में इनके दिमाग में हुए बदलावों का जिक्र है। यह अध्ययन ब्रेन नामक पत्रिका में प्रकाशित किया गया है।
वैज्ञानिकों ने पाया कि वायरस और दूसरे तत्वों के रिस्पॉन्स में इम्यून सिस्टम जो प्रोटीन यानी की एंटीबॉडी बनाता है वह हमारे दिमाग की रक्त वाहिनी कोशिकाओं की लाइनिंग पर हमले में शामिल होता है। इसके कारण दिमाग में सूजन भी आ जाती है और दिमाग को बहुत नुकसान पहुंचता है।
अध्ययन में ही दिमागी नुकसान का पता चल पाया
हालांकि, इससे पहले शोधकर्ताओं ने अपने अध्ययन के बाद कहा था कि कोविड अभी तक मरीजों के दिमाग में नहीं पाया गया है। इसके बाद वैज्ञानिकों ने दावा किया था दिमाग में नहीं पाए जाने के कारण ये वायरस सीधे हमारे दिमाग को प्रभावित नहीं करता है। लेकिन अब अध्ययनकर्ताओं ने मान लिया है कि परोक्ष तौर पर कोविड दिमाग को नुकसान पहुंचाता है। वैज्ञानिकों का कहना है कि किस प्रकार कोविड हमारे दिमाग को नुकसान पहुंचा सकता है यह जानकारी कोविड रोगियों के लिए थेरेपी से जुड़ी सूचनाएं जुटाने में मदद कर सकती है। इसके अलावा कोविड रोगियों में न्यूरोलॉजिकल लक्षणों का पता लगाने में भी यह शोध मददगार साबित होगी।
दिमाग में होती हैं ये समस्याएं:
अध्ययनकर्ताओं का कहना है कि कोविड के कारण अक्सर रोगियों में न्यूरोलॉजिकल जटिलताएं हो जाती हैं लेकिन अभी तक हम इससे अंजान थे। हमें मौजूद फिजियोलॉजिकल प्रक्रिया के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। जब मरीजों के दिमाग की ऑटोप्सी की गई थी तो पता चला कि रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचा था। इसके अलावा उनमें सूजन भी आ गई थी। लेकिन तब हमें इस नुकसान की वजह मालूम नहीं थी लेकिन, इस अध्ययन से हमें इन मामलों से जुड़ी गहन जानकारियां हासिल हुई हैं।
गलती से होती है ये क्षति
शोधकर्ताओं ने पाया कि कोविड के रिस्पॉन्स में बनने वाली एंटीबॉडी गलती से दिमाग को नुकसान पहुंचाती हैं। यह उन कोशिकाओं को नुकसान पहुंचा देती हैं, जो दिमाग तक जाने वाले रक्त में बैरियर का काम करती हैं। ये बैरियर हमारे दिमाग तक जाने वाले हानिकारक तत्वों को रोकने का कार्य करते हैं। लेकिन जब ये क्षतिग्रस्त हो जाती हैं तो दिमाग तक हानिकारक तत्व पहुंचने लगते हैं और पीड़ित न्यूरोलॉजिकल क्षति का शिकार हो जाता है।
गौरतलब है की सन २०२० में नई दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ने एक 11 वर्ष की लड़की में कोरोनावायरस के कारण हुई मस्तिष्क तंत्रिका में क्षति पायी थी। इस क्षति के कारण उस लड़की की दृष्टि धुंधली हो गई थी।
(The report is sponsored by SBI cards. Courtesy: MHFI)